तेरी हर अच्छी आदत को मैं खराब कर दूंगा ...
मत आ मेरे पास , तुझे मैं बर्बाद कर दूंगा ।
तेरी हर अच्छी आदत को मैं खराब कर दूंगा ।
ऐसा नहीं के मैं चाहता नहीं तुझे ,
बस खुद पर जरा भी भरोसा नहीं मुझे ,
डराता है मुझे खुद का ही जुनूँ,
तू खिलौना है मेरा , तुझे ना तोड़ मैं बैठूं ,
खुद धधक रहा हूँ अन्दर ही अन्दर ,
तुझे भी मैं राख कर दूंगा,
तेरी हर अच्छी आदत को मैं खराब कर दूंगा ।
हंसी भागती है दूर मुझसे,
सुकून से कोई नाता नहीं,
खुद इतनी बार फिसला हूँ,
तुझे गिराना मैं चाहता नहीं ,
खुद नहीं पाक , रही तू गर साथ ,
तुझे भी मैं नापाक कर दूंगा ।
तेरी हर अच्छी आदत को मैं खराब कर दूंगा ।
पाने के लिए तुझे तो उस रब से भी लड़ सकता हूँ ,
मगर लाकर तुझे अपने दर्द के सिवा कुछ ना दे सकूँगा ,
खुद गम में ही जिया हूँ जिंदगी ,
तुझे भी ख़ुशी का मोहताज कर दूंगा ।
तेरी हर अच्छी आदत को मैं खराब कर दूंगा ।
इतना सा रहम कर मुझपे ,
अगर हो सके, ना कर मोहब्बत मुझसे ,
ये कर गलती ना चख मुझे ,
तुझे मैं तेज़ाब ही मिलूँगा ,
तेरी हर अच्छी आदत को मैं खराब कर दूंगा…
~रबी